विधि- सर्वप्रथम पद्मासन में आइए । हाथों को पीछे ले जाइए बायें हाथ से दायें हाथ की कलाई को पकड़ लीजिए  पहले साँस लीजिए और साँस को निकालते हुए नीचे फर्श पर माथा लगाइए ,फिर साँस लेते हुए वापिस आइए
4-5 बार साँस के साथ दोहरायें
योग, आराम व शांति के लिए विभिन्न शरीर विन्यास और सांसो की तकनीको का संयोजन समझा जाता है | योग की एक सामान्य कक्षा में हम योग की इन तकनीकों को सीखते हैं और इन तकनीको से लाभ प्राप्त करते हैं लेकिन लोगों योग की एक कम प्रचलित  स्वतन्त्र और सुक्ष्म / गहरी शाखा भी है उसका नाम है - योग तत्त्व मुद्रा विज्ञान  । जैसे जैसे हम योग अभ्यास करते जाते हैं हमे इसका शरीर, मन व चेतना पर सूक्ष्म प्रभाव भी अनुभव होने लगता है 

साबधानियाँ- कमर दर्द व गर्दन दर्द में यह अभ्यास न करें 
 

लाभ-पेट की चर्बी को कम करता है मस्तिष्क में रक्त -संचार तेज करता है आँखों के लिए लाभप्रद है महिलाओं के रोगों में भी लाभकारी है  पेट के रोगों में भी लाभ देता है

  1. क्या हैनींद में सुधार
  2. शरीर में ऊर्जा की वृद्धि
  3. कमर के दर्द में आराम

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योग मुद्राओं को वज्रासन, सुखासन, पद्मासन या फिर आराम से कुर्सी पर बैठ कर भी कर सकते हैं| अगर आप प्राणायाम करते है तब उस वक्त भी आप इन योग मुद्रा को कर सकते है। योग मुद्रा करते वक्त कम से कम 12 बार स्वांस जरूर ले।

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योग मुद्रा क्या है