ब्रेस्ट साइज बढ़ाना चाहती हैं, तो आज से शुरू कर दें योग

क्या आप विश्वास करेंगीं अगर मैं कहूं कि योग आपके स्तनों को बड़ा कर सकता है?

ভুজঙ্গাসন

ভুজঙ্গাসন

যোগশাস্ত্রে বর্ণিত আসন বিশেষ। ভুজঙ্গ-এর অনেক সমার্থের ভিতর একটি অর্থ হলো সাপ। এই আসনের দেহ ভঙ্গিমা সাপের মতো দেখায় বলে এর নামকরণ করা হয়েছে ভুজঙ্গাসন (ভুজঙ্গ +আসন)। এর বর্ধিত প্রকরণ পূর্ণ-ভূজঙ্গাসন।

ഭുജംഗാസനം

കമിഴ്ന്നു കിടന്ന് കൈകളും കാലുകളും ശരീരത്തോടു ചേര്‍ത്തു വയ്ക്കുക.നെറ്റിയും മൂക്കും നിലത്തു മുട്ടിയിരിക്കണം. ഉപ്പൂറ്റികള്‍ പിന്നിലേക്കു നീണ്ട് മലര്‍ന്നിരിക്കണം.ഇനി കൈപ്പത്തികള്‍ തോളിനടിയില്‍ നിലത്തു പതിച്ചു വയ്ക്കുക.

ભુજંગાસન

ભુજંગાસન : ભુજંગ એટલે સાપ. આ આસનમાં શરીરનો આકાર સર્પ જેવો થતો હોવાથી તેને ભુજંગાસન કહેવામાં આવે છે. આ ઉપરાંત આ આસનને સર્પાસન પણ કહે છે.

મૂળ સ્થિતિ : પેટ પર તણાવમુક્ત સ્થિતિમાં એટલે કે ઊંધા સૂઈ જવું.

Bhujangasana

This asana enhances flexibility and strengthens muscles around the spinal column. The asana is a ‘guard’ against constipation and back pain. Adrenal gland, liver, and kidney are most benefited.

 How to do Bhujangasana? 

योग का अर्थ,परिभाषा महत्व एवं उद्देश्य

प्रस्तावना ज्ञान का मूल वेदों में निहित है। दार्शनिक चिन्तन तथा वैदिक ज्ञान का निचोड आत्म तत्व की प्राप्ति है। आत्मतत्व की प्राप्ति का साधन योग विद्या के रूप में इनमें (वेद) उपलब्ध है। योगसाधना का लक्ष्य कैवल्य प्राप्ति है। वैदिक ग्रन्थ, उपनिषद्, पुराण और दर्शन आदि में यत्र-तत्र योग का वर्णन मिलता है । जिससे यह पुष्टि होती है कि योग वैदिक काल से सृष्टि में उपलब्ध है। योग के अर्थ एवं परिभाषाओं का वर्णन प्रस्तुत इकाई में किया जा रहा है।

योग बंध

प्राणमय कोश की साधना में बन्धों का प्रमुख स्थान है। ध्यानात्मक आसनों से पूर्ण लाभ उठाने के लिए उनके साथ-साथ तीन बंध साधने चलने की व्यवस्था योगियों ने की है। प्राणायाम के लिए ये बंध पूरक एवं सहयोगी सिद्ध झेते हैं। इनका पूर्ण फल स्वतन्त्रतः तो नहीं, ध्यानात्मक आसनों व प्राणायाम के साथ ही मिलता है जो मानसिक एवं आध्यात्मिक उत्कर्ष के रूप में होता है। ये कुल तीन हैं- (१) मूल बंध (२) उड्डियान बंध, और (३) जालंधर बंध।  (१) मूल बंध- प्राणायाम करते समय गुदा के छिद्रों को सिकोड़कर ऊपर की ओर खींचे रखना मूल-बंध कहलाता है। गुदा को संकुचित करने से ‘अपान’ स्थिर रहता है। वीर्य का अधः प्रभाव रुककर स्थिरत

What is yoga and how does it work?

Yoga is an ancient and complex practice, rooted in Indian philosophy. It began as a spiritual practice but has become popular as a way of promoting physical and mental well-being.

Although classical yoga also includes other elements, yoga as practiced in the United States typically emphasizes physical postures (asanas), breathing techniques (pranayama), and meditation (dyana). 

ਯੋਗਾ ਮੁਦਰਾ

ਯੋਗਾ ਆਸਣ ਵਿਚ ਮਰੋੜਣ ਅਤੇ ਖਿੱਚਣ ਤੋਂ ਇਲਾਵਾ, ਯੋਗਾ ਮੁਦਰਾ ਦਾ ਅਸਾਨ ਅਭਿਆਸ ਰਾਜ ਦੀ ਸਰੀਰਕ ਅਤੇ ਮਾਨਸਿਕ ਬਰਾਬਰੀ ਨੂੰ ਪ੍ਰਾਪਤ ਕਰਨ ਵਿਚ ਤੁਹਾਡੀ ਮਦਦ ਕਰਦਾ ਹੈ. ਯੋਗਾ ਮੁਦਰਾ ਦੀ ਵਿਧੀ ਇਸ designedੰਗ ਨਾਲ ਤਿਆਰ ਕੀਤੀ ਗਈ ਹੈ ਕਿ ਇਹ ਵੱਖੋ-ਵੱਖਰੇ ਪੈਟਰਨਾਂ ਵਿਚ ਉਂਗਲੀਆਂ ਦੇ ਛੂਹਣ ਨਾਲ ਦਿਮਾਗ ਦੀਆਂ ਵੱਖੋ ਵੱਖਰੀਆਂ ਗ੍ਰਹਿਣਾਂ ਨੂੰ ਉਤੇਜਿਤ ਕਰਦਾ ਹੈ. ਇਸ ਲੇਖ ਵਿਚ, ਮੈਂ ਯੋਗਾ ਮੁਦਰਾ ਦੀ ਗੁਪਤ ਸ਼ਕਤੀ ਦਾ ਸੰਖੇਪ ਅਤੇ ਇਹ ਤੁਹਾਡੇ ਸਰੀਰ ਤੇ ਕਿਵੇਂ ਕੰਮ ਕਰਦਾ ਹੈ.

पतंजलि योग-दर्शन

पतंजलि योग-दर्शन में योग | योग-दर्शन में मोक्ष को अपनाने के लिये तत्वज्ञान पर अधिक बल दिया गया है। योग-दर्शन के अनुसार तत्वज्ञान की प्राप्ति तब तक नहीं हो सकती जब तक मनुष्य चित्त विकारों से परिपूर्ण है। अतः योग-दर्शन में चित्त की स्थिरता को प्राप्त करने के लिये तथा चित्तवृत्ति का निरोध करने के लिए योग-मार्ग की व्याख्या हुई है। योग-दर्शन में योग का अर्थ चित्तवृत्तियों का निरोध है। योग-दर्शन में राजयोग का विवेचन मिलता है। योग-मार्ग की आठ सीढ़ियाँ हैं। इसीलिये इसे अष्टांगयोग भी कहा जाता है।