योगअभ्यास के लिए सामान्य दिशानिर्देश

योगाभ्यास करते समय योग के अभ्यासी को नीचे दिए गए दिशा निर्देशों एवं सिद्धांतों का पालन अवश्य करना चाहिए :

योगासन एवं आसन के मुख्य प्रकार

चित्त को स्थिर रखने वाले तथा सुख देने वाले बैठने के प्रकार को आसन कहते हैं। आसन अनेक प्रकार के माने गए हैं। योग में यम और नियम के बाद आसन का तीसरा स्थान है

आसन का उद्‍येश्य : आसनों का मुख्य उद्देश्य शरीर के मल का नाश करना है। शरीर से मल या दूषित विकारों के नष्ट हो जाने से शरीर व मन में स्थिरता का अविर्भाव होता है। शांति और स्वास्थ्य लाभ मिलता है। अत: शरीर के स्वस्थ रहने पर मन और आत्मा में संतोष मिलता है।

हॉट योगा और पावर योगा में क्या अंतर है?

पावर योग में योगासन को बहुत तेजी के साथ करवाया जाता है जबकि हॉट योगा में बंद कमरे में कमरे के तापमान को बढ़ा कर उस माहौल में योगा करना होता है ताकि आपके शरीर से ज्यादा मात्रा में पसीना बाहर निकल सके जिससे आपके शरीर के अंदर से हानिकारक तत्व शरीर से बाहर निकलते और आपका अतिरिक्त वजन भी कम हो सके जबकि पावर योगा में आसनों को बड़ी तेजी के साथ क्रमबद्ध तरीके से करवाया जाता है अगर सही शब्दों में कहूं तो दोनों हिंदी योग के विरुद्ध हैं योग के सिद्धांतों के विरुद्ध हैं और योग के स्वरूप को देखते हुए दोनों ही अवैज्ञानिक पद्धति हैं

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