अन्य योग मुद्रा की तरह सेतु बंधासन करने से भी फायदों के साथ इसका नुकसान भी हो सकता है। इसलिए इस आसन का अभ्यास करने से पहले सावधानी बरतना जरूरी होता है।
प्रेगनेंट महिलाएं सेतु बंधासन कर सकती हैं लेकिन उन्हें योगा एक्पर्ट की देखरेख में ही यह आसन करना चाहिए।
यदि आपके घुटनों में गंभीर दर्द हो तो इस आसन को न करें।
सेतु बंधासन का अभ्यास करते समय अपने सिर को दाएं और बाएं घुमाने से बचें।
यदि आपके गर्दन, पीठ, कंधे एवं कमर में चोट लगी हो तो सेतु बंधासन का अभ्यास न करें।
इस आसन को तब किया जाता है जब पेट और आंत (bowel) बिल्कुल खाली हो। इसके अलावा यदि भोजन के बाद कोई व्यक्ति सेतुबंधासन का अभ्यास करना चाहता है तो उसे यह आसन करने से लगभग 4 से 6 घंटे पहले ही भोजन कर लेना चाहिए।
 

Article Category

Image
सेतुबंधासन करते समय सावधानियां