इसे सुबह के समय करना बेहतर होता है। सूर्य नमस्कार में 12 आसान होते हैं। सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है, स्वास्थ्य ठीक रहता है और शरीर रोग मुक्त बना रहता है। सूर्य नमस्कार से दिल, जिगर, आंत, पेट, छाती, स्वरयंत्र, और शरीर के सभी हिस्सों के लिए कई लाभ हैं। सूर्य नमस्कार शरीर के सभी हिस्सों को सिर से लेकर पांव तक बहुत फायदा पहुंचाता है। इसीलिए सभी योग विशेषज्ञ इसके अभ्यास पर विशेष जोर देते हैं।

आपको बता दें सूर्य नमस्कार की मुद्रा हल्के व्यायाम और योगासनों के बीच एक कड़ी की तरह है और इसे कभी भी खाली पेट किया जा सकता है। हालाँकि, सूर्य नमस्कार करने के लिए सुबह का समय सबसे अच्छा माना जाता है क्योंकि यह मन और शरीर को स्फूर्ति देता है, शरीर को तरोताजा करता है और दिन के काम के लिए इसे तैयार करता है। यदि यह दोपहर में किया जाता है, तो यह शरीर को तत्काल ऊर्जा से भर देता है, जबकि शाम को इसे करने से तनाव को कम करने में मदद मिलती है। यदि सूर्य नमस्कार तेज गति के साथ किया जाता है, तो यह एक बहुत अच्छा योग व्यायाम साबित हो सकता है और वजन कम करने में भी मदद कर सकता है।

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