कैट और काऊ पोज इन दोनों पोज का संयोजन आपकी रीढ़ को गति की एक सीमा से आगे बढ़ाता है, जिससे रीढ़ की हड्डी आगे और पीछे दोनों ओर प्रभावित होती हैं। जब आप कैट पोज़ में पीठ को गोल करते हैं, तो आप शरीर के उस हिस्से को खींचते हैं जो पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम (sympathetic nervous system) से संबंधित होता है। यह योग आपके रीढ़ के चारों ओर जोड़ों और ऊतकों की मालिश करता हैं उन्हें नरम, कोमल और युवा रखता हैं। इस आसन को करने के लिए आप एक योगा मैट पर घुटनों को टेक के अपने दोनों हाथों को जमीन पर रख लें। अपने धड को फर्श के समान्तर रखें। अब साँस को अन्दर लेते हुए अपने सिर को पीछे की ओर तथा अपनी ठुड्डी को ऊपर करें।

इसके बाद साँस को बाहर छोड़ते हुए अपने सिर को नीचे करें और अपनी ठुड्डी को छाती से लगाने का प्रयास करें। फिर से साँस को छोड़ते हुए अपने सिर को सीधा करें। इस आसन को कम से कम 1 से 3 मिनिट करें।

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रजोनिवृत्ति के लिए योग कैट काऊ पोज