भारत के विभिन्न हिस्सों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किये गए जबकि भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस समारोह में हिस्सा लिया। विदेशों में भारतीय मिशन ने इस संबंध में विशेष कार्यक्रम आयोजित किये।

प्रथम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर देश़ विदेश के लोगों को शुभकामनाएं देते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि योग, शरीर और मन को संतुलित करने का माध्यम और मानवता, प्रेम, शांति, एकता, सदभाव के भाव को जीवन में उतारने का कार्यक्रम है।

प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने के लिए इस विश्व संगठन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इससे संबंधित प्रस्ताव के सह प्रस्तावक देशों और इस दिवस को मनाने वाले देशों का भी आभार व्यक्त किया।

भारतीय प्रधानमंत्री को राजपथ पर उपस्थित लोगों को केवल संबोधित करना था किन्तु उन्होंने योग करने आए हजारों बच्चों सहित लगभग 35 हजार लोगों के साथ बैठकर विभिन्न योगासन भी किये।

उन्होंने राजपथ पर योग कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य, मानव कल्याण और दुनिया को तनाव मुक्त बनाने के साथ दुनिया भर में सदभावना का संदेश पहुंचाना है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में योग के पक्ष में माहौल बनेगा और यह भविष्य में भी जारी रहेगा।

मोदी ने कहा कि  हम केवल इसे एक दिवस के रूप में नहीं मना रहे हैं बल्कि हम मानव के मन को शांति के नये युग की ओर उन्मुख बना रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरे लिये यह उतना महत्वपूर्ण नहीं है कि यह योग किस भूमि पर पैदा हुआ? किस भाग में इसका प्रसार हुआ। महत्व इस बात का है कि मानव का आंतरिक विकास होना चाहिए। हम इसे केवल एक दिवस के रूप में नहीं मना रहे हैं बल्कि हम मानव मन को शांति एवं सदभवना के नये युग की शुरूआत के लिए प्रशिक्षित कर रहे हैं।

ज्ञात रहे कि इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, योगगुरू रामदेव समेत कुछ अन्य योग एवं अन्य धार्मिक संस्थाओं के प्रमुख भी मौजूद थे

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, योग, शरीर और मन को संतुलित करने का माध्यम है