फर्श पर बैठकर अपने पैरों को फैलाएं, आपके पैर एकदम सीधे और सामने होना चाहिए। दाहिने पैर को दोनों हाथों से पकड़ें और धीरे से पैरों को मोड़ते हुए अपने बाएं जांघ (thigh) के ऊपर रखें। पैरो की स्थिति इस तरह से होना चाहिए कि वह आपके पेट की नाभि को छूए।
इसी प्रकार बाएं घुटने को भी हल्का सा मोड़ें और दोनों हाथों से पकड़कर इसे दाएं जांघ के ऊपर रखें। इस बिंदु पर आपके दोनों घुटने फर्श से छूना चाहिए और पैर के तलवे एकदम सीधे होने चाहिए।
इस प्वाइंट पर अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधे रखें। अगर आपको इस पोजिशन में अधिक देर बैठे रहने में कठिनाई महसूस हो रही हो तो आप पैरों को बदलकर इस पोजिशन में बैठ सकते हैं।
अपने रीढ़ की हड्डी खड़ी (erect) रखें और दोनों हाथ दोनों पैरों के जंघे पर रखे रहें एवं अंगूठा तर्जनी ऊंगली को छूना चाहिए और हाथ की बाकी उंगलिया खुली हुई और सीधी होनी चाहिए।
सिर और गर्दन को भी सीधे रखें और लंबी एवं गहरी सांस लें, कुछ मिनट के बाद सांसों को धीरे-धीरे छोड़ें, और श्वास खिंचते और छोड़ते समय सांसों पर ही ध्यान केंद्रित रखें।
शुरूआत में पद्मासन को 2 से 3 मिनट तक करें । कुछ दिन अभ्यास के बाद इसकी अवधि बढ़ाएं और 15 से 20 मिनट तक अभ्यास करें। पदमासन करते समय यह विशेष रूप से ध्यान रखें कि अपने सिर और शरीर को बिल्कुल भी न झुकाएं।
 

Article Category

Image
पद्मासन करने का तरीका