किशोरों के लिए स्वस्थ आहार में ऑप्टिमम न्यूट्रिशन बैलेंस होना चाहिए। दैनिक कैलेारी का सेवन उचित होना चाहिए। न तो बहुत अधिक और न ही बहुत कम। आइए जानते हैं, टीनएजर्स के लिए बैलेंस डाइट प्लान का क्या महत्व है।

कैलोरी डेली एक्टिविटीज के लिए एनर्जी प्रदान करती है, हाईट बढ़ाने और स्वस्थ शरीर के वजन को बनाए रखने में मदद करती है।
जो किशोर लड़कियां वजन को मेनटेन रखने के लिए खुद को भूखा रखती हैं या पर्याप्त कैलोरी नहीं लेती हैं उनमें एनीमिया, खराब हड्डियों के विकास और अनियमित मासिक धर्म का खतरा ज्यादा होता है।
15 साल के बच्चों के लिए डाइट प्लान में कार्बोहाइड्रेट, हेल्दी फैट और प्रोटीन शामिल होना चाहिए।
किशोरावस्था में अधिक वजन होने से ह्दय रोग, उच्च रक्तचाप, स्लीप एपनिया, अस्थमा, टाइप 2 डायबिटीज जैसी बीमारियों की शुरूआत होती है।
जैतून के तेल में मौजूद स्वस्थ वसा, नट्स और एवोकेडो विटामिन अवशोषण में मदद करते हैं और दैनिक कैलोरी का 21 से 35 प्रतिशत वसा से प्राप्त किया जाना चाहिए।
वसा स्वस्थ त्वचा और बालों को निर्धारित करने वाले हार्मोन्स को विनियमित करने में भी मदद करते हैं।
किशोरों को हर दिन कम से कम एक घंटे के लिए शारीरिक रूप से एक्टिव रहने की कोशिश करनी चाहिए।
लड़कों के आहार में कुल कैलेारी का 45-65 प्रतिशत कार्ब से, 25-35 स्वस्थ वसा और 10-30 प्रतिशत प्रोटीन से आना चाहिए। बता दें, कि प्रोटीन दुबली मांसपेशियों को बढ़ाने के लिए शरीर की मदद करते हैं, जो आमतौर पर 11 से 17 वर्ष की आयु के बीच दोगुनी हो जाती है। इसलिए, प्रोटीन के स्वस्थ स्त्रोत जैसे मांस, मछली, पनीर, अंडे, दाल और नट्स व बीन्स का सेवन तो जरूर करना चाहिए।
सोडा, चीनी, सफेद आटा और सफेद चावल जैसे काब्र्स का सेवन करने से बचें और व्हीट पास्ता, फलों और सब्जियों के साथ ब्राउन राइस को चुनें।
संतृप्त वसा (saturated fat) के सेवन से बचें, जो फ्राइज और ज्यादातर बर्गर में पाए जाते हैं।
कैल्शियम किशोरों के शरीर में पाया जाने वाला सबसे जरूरी मिनरल है। कैल्शियम और आयरन दोनों का किशोर लड़कों के लिए बहुत महत्व है।
 

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टीनएजर्स के लिए बैलेंस डाइट प्लान का महत्व