इस योग को करने के लिए सबसे पहले आप योगा मैट बिछाकर उस पर सीधे लेट जाइये।
दोनों पैर को पास पास रखें, पैरों के बीच अधिक दूरी नहीं होनी चाहियें।
दोनों हाथों को सीधा फर्श से चिपका के रखें जिसमें आपकी हथेली नीचे के तरफ जमीन से जुड़ी रहें।
धीरे धीरे साँस लें औरे अपने दोनों पैरों को ऊपर उठायें, आपको अपने पैर 45 डिग्री के कोण तक उठाना हैं।
उत्तानपादासन में कुछ लोग अपने पैरों को 60 डिग्री या 90 डिग्री तक उठा सकते हैं।
पैरों को 45 डिग्री उठाने के बाद इस स्थिति में पैरों को 15 से 20 सेकंड के लिए रोक के रखें।
शुरूआती स्टार्टिंग में अपने पैरों के केवल कुछ सेकंड के लिए ही ऊपर करें, क्योंकि पैरों को ऊपर रोक के रखने से पेट की मांसपेशियों पर बहुत अधिक दबाव पड़ता हैं, शुरुआत में आपके पेट के की मांसपेशिया पर्याप्त मजबूत नहीं रहती हैं, अभ्यास के साथ आप पैरों को अधिक समय तक ऊपर रख सकते हैं, पैरों को ऊपर उठाने की अवधि को एक सप्ताह के बाद धीरे धीरे बढ़नी चाहियें।
अभ्यास के कुछ दिन बाद आप पैर को ऊपर रखने की अवधि की एक दो मिनिट तक कर सकते हैं।
पैरों को उठाते समय ध्यान रखें कि आपके पैर घुटनों के यहाँ से नहीं मुड़ने चाहियें।
पैरों को ऊपर करने के बाद आपके नीचे पेट में दबाव महसूस होता हैं या पेट की मांसपेशियों में झटका लगता हैं तो इस मुद्रा से वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
अंत में अपनी साँस को बाहर छोड़ते हुये पैरो को नीचे करते जाएँ।
इसके बाद पुनः अपनी प्रारंभिक स्थिति में आयें।
इसे प्रतिदिन 3-4 बार दोहराएं।
 

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उत्तानपादासन योग करने का तरीका