जीवन में योग से बनाये शरीर को लचीला

यदि आप अपने शरीर स्‍वस्‍थ्‍य और मजबूत बनाना चाहते हैं तो नियमित योग करें। बेहतर लचीलापन योग के पहले और सबसे स्‍पष्‍ट लाभों में से एक है। जब आप योग प्रारंभ करते हैं तो शायद अपने पैरों की उंगलीयों को नहीं छू पाते हैं। लेकिन यदि आप लगातार योग करते हैं तो आप धीरे-धीरे अपने शरीर में लचक देखते हैं। शरीर लचकदार होने से दर्द और पीड़ा गायब होने लगती है। यह कोई चमत्‍कार नहीं है बल्कि नियमित योग का फल होता है। इसके अलावा अन्‍य प्रकार के योगासन करने के लिए भी आपके शरीर में लोच की आवश्‍यकता होती है। इसलिए नियमित योग को अपनाएं और विभिन्‍न स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं से बचें।

योग का महत्व अच्‍छी नींद के लिए

मोटापे, उच्‍च रक्‍तचाप और अवसाद जैसी समस्‍याओं का संबंध नींद की खराब गुणवत्‍ता से होता है। अध्‍ययनों से पता चलता है कि नियमित योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से नींद की गुणवत्‍ता को सुधारा जा सकता है। 2005 में किये गए एक छोटे से अध्‍ययन में व्‍यक्तियों को दो समूह में बांटा गया और एक समूह को आयुर्वेदिक जड़ीबूटीयां दी गई जबकि एक समूह को नियमित योगा कराया गया। इससे यह पता चला की नियमित योगा करने वाले समूह के लोगों दूसरे समूह की अपेक्षा जल्‍दी और अच्‍छी नींद आई। इससे यह सिद्ध होता है कि नियमित योग करने से लोगों में नींद की कमी को दूर किया जा सकता है। यदि आप नींद की समस्‍या से परेश

योग आसन के लाभ डिप्रेशन को दूर करे

कुछ अध्‍ययनों से पता चलता है कि योग में एंटी-डिप्रेंटेंट प्रभाव होते हैं। योग का यह प्रभाव अवसाद के लक्षणों को कम कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्‍योंकि यह शरीर में मौजूद कार्टिसोल नामक हार्मोन के स्‍तर को कम करने मे सक्षम है। कोर्टिसोल एक तनाव हार्मोन है जो सेरोटोनिन के स्‍तर को प्रभावित करता है। एक अध्‍ययन मे अधिक मात्रा में शराब पीने वाले लोगों ने सुदर्शन क्रिया का अभ्‍यास किया। लगभग 2 सप्‍ताह के बाद उन व्‍यक्तियों में अवसाद और कोर्टिसोल के निचले स्‍तर के कम लक्षण पाए गए। इस तरह से आप भी अपने शरीर को स्‍वस्‍थ्‍य रखने के साथ ही अवसाद को दूर करने के लिए योग अभ्‍यास कर सकते हैं।

योग करने के लाभ दिल को स्‍वस्‍थ्‍य रखे

शरीर को पर्याप्‍त पोषक तत्‍वों के साथ-साथ स्‍वस्‍थ्‍य रक्‍त परिसंचरण की आवश्यकता होती है। योग आपके शरीर में उचित रक्‍त परिसंचरण के साथ ही दिल को स्‍वस्‍थ्‍य रखने में मदद करता है। अध्‍ययनों से पता चलता है कि नियमित योगाभ्‍यास दिल की बीमारी से संबंधित कई समस्‍याओं को दूर करने में मदद कर सकता है। एक अध्‍ययन में पाया गया कि 40 वर्ष से अधिक आयु वाले लोग जो 5 वर्ष तक नियमित योग करते हैं उनमें उच्‍च रक्‍तचाप की संभावना कम हो सकती है। उच्‍च रक्‍तचाप दिल के दौरे और स्‍ट्रोक के प्रमुख कारणों में से एक है। नियमित योग करने से शरीर में खराब कोलेस्‍ट्रॉल को 26 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।

योग के लाभ से सूजन का इलाज

मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य में सुधार करने के अलावा यह शरीर में आने वाली सूजन को भी ठीक कर सकता है। कुछ अध्‍ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि योग अभ्‍यास सूजन को भी कम कर सकता है। सूजन हमारे शरीर की एक सामान्‍य प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया है, लेकिन यदि यह सूजन लंबे समय तक रहती है तो यह हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी समस्‍याओं का कारण हो सकती है। एक अध्‍ययन से पता चलता है कि योग करने वाले लोगों में अन्‍य व्‍यक्तियों की तुलना में सूजन के निम्‍न स्‍तर होते हैं। एक और अन्‍य अध्‍ययन में स्‍तन कैंसर रोगी को नियमित रूप से 12 सप्‍ताह तक योग करने पर सूजन में कमी देखी गई। यद्यपि सूजन पर योग के फायदेमंद प्रभावों के

अष्टांगयोग क्या है

अष्टांग योग महर्षि पतंजलि के अनुसार चित्तवृत्ति के निरोध का नाम योग है (योगश्चितवृत्तिनिरोध:)। इसकी स्थिति और सिद्धि के निमित्त कतिपय उपाय आवश्यक होते हैं जिन्हें 'अंग' कहते हैं और जो संख्या में आठ माने जाते हैं।

अष्टांग योग के अंतर्गत प्रथम पांच अंग (यम, नियम, आसन, प्राणायाम तथा प्रत्याहार)

  • यम,
  • नियम,
  • आसन,
  • प्राणायाम तथा
  • प्रत्याहार

'बहिरंग' और

शेष तीन अंग (धारणा, ध्यान, समाधि) 'अंतरंग' नाम से प्रसिद्ध हैं।

इन योगासनों के नियमित अभ्यास से रुकता है बालों का असमय सफेद होना

बालों का असमय सफेद होना अव्यवस्थित दिनचर्या की निशानी है. जब बाल सफेद होने लगते हैं तो फिर लोग उन्हें काला करने के लिए अलग-अलग केमिकल्स का इस्तेमाल करते हैं जो त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं.
अगर आप भी इस समस्या से गुजर रहे हैं तो इन आसान योगासनोंं से आप अपने बालों को सफेद होने से बचा सकते हैं.

शीर्षासन 
शीर्षासन से होने वाले लाभ अनेक है. इसके नियमित अभ्यास से शरीर भी मजबूत बनता है और पेट संबंधित रोग नहीं होते.

बालों के लिए यह आसान सबसे लाभदायक होता है.

मन और भावनाओं पर योग

जीवन में सकारात्मक विचारों का होना बहुत आवश्यक है. निराशात्मक विचार असफलता की ओर ले जाता है. योग से मन में सकारात्मक उर्जा का संचार होता है. योग से आत्मिक बल प्राप्त होता है और मन से चिंता, विरोधाभास एवं निराशा की भावना दूर हो जाती है. मन को आत्मिक शांति एवं आराम मिलता है जिससे मन में प्रसन्नता एवं उत्साह का संचार होता है. इसका सीधा असर व्यक्तित्व एवं सेहत पर होता है.

रोज सुबह करें ये 5 योगासन, दिनभर रहेंगे तरोताजा

योग एक ऐसी प्रकिया है जिसमें शरीर, मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। योग के जरिए आपके शरीर और मस्तिष्‍क का मिलन होता है। योग तनाव कम करने से लेकर बीमारियों को कंट्रोल करने और वजन घटाने से लेकर तुरंत ऊर्जा प्रदान करने में सहायक होता है। योग की सरल मुद्राएं आपको व्‍यायाम के तनाव से बचने और तुरंत एनर्जी देने में मदद करती हैं। योग आपको अपने किसी भी काम में सफलता हासिल करने में मदद करता है क्‍योंकि इसके आप आसानी से अपने विचारों पर ध्‍यान लगा सकते हैं।

बालासन

योगाभ्यास के लाभ

योगाभ्यास के बहुत सारे लाभ है नियमित रूप से योग करने से हमारे शरीर की लचक बनी रहती है , और योग के अलग-अलग आसन का प्रभाव शरीर के अलग-अलग अंगों पर पड़ता है | अतः प्रातः काल प्रतिदिन योग करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है शरीर के स्वस्थ रहने से विचार करने की क्षमता एवं मन भी प्रसन्न रहता है विद्यार्थियों के लिए तो योग करना अत्यंत आवश्यक है योग करने से विद्यार्थियों की एकाग्रता भी बढ़ती है जो लोग कहीं नौकरी करती हैं या दिनभर एक ही जगह पर बैठे रहते हैं और कोई व्यायाम नहीं कर पाती हैं ऐसे लोग प्रातः काल या जब भी उचित समय मिले नियमित रूप से योगाभ्यास के माध्यम से अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं |

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