ओशो नटराज ध्यान
ओशो नटराज ध्यान ओशो के निर्देशन में तैयार किए गए संगीत के साथ किया जा सकता है। यह संगीत ऊर्जा गत रूप से ध्यान में सहयोगी होता है। और ध्यान विधि के हर चरण की शुरूआत को इंगित करता है।
नृत्य को अपने ढंग से बहने दो; उसे आरोपित मत करो। बल्कि उसका अनुसरण करो, उसे घटने दो। वह कोई कृत्य नहीं, एक घटना है। उत्सवपूर्ण भाव में रहो, तुम कोई बड़ा गंभीर काम नहीं कर रहे हो; बस खेल रहे हो। अपनी जीवन ऊर्जा से खेल रहे हो, उसे अपने ढंग से बहने दे रहे हो। उसे बस ऐसे जैसे हवा बहती है और नदी बहती है, प्रवाहित होने दो……तुम भी प्रवाहित हो रहे हो, बह रहे हो, इसे अनुभव करो।