सूर्य मुद्रा से करें बीमारियाँ ठीक

सूर्य मुद्रा हमारे शरीर में अग्नि तत्व को बढ़ा देती हैं जिसके कारण शरीर में गर्मी अधिक हो जाती हैं जो हमें सर्दी जुकाम, कफ, दमा, निमोनिया, अस्थमा, प्लुरीसी जैसी बीमारियों से बचाती हैं, यह शरीर को गर्म रखती हैं इसलिए ठंड के सभी रोगों में लाभकारी हैं। यह हमें सुबह उठ के रोज 10 से 15 मिनिट करनी हैं।

सूर्य मुद्रा फॉर थाइरोइड

सूर्य मुद्रा थायरायड के रोगों में भी बहुत फायदेमंद हैं, हमारे हाथ की हथेली में थायरायड ग्रन्थि का केंद्र बिंदु स्थित होता हैं, सूर्य मुद्रा में अनामिका उंगली से इस केंद्र बिंदु पर दबाव बनता हैं जिसके कारण थायरायड ग्रंथि में कम स्त्राव के कारण इसे होने वाले रोग मोटापा आदि दूर होते हैं।

सूर्य मुद्रा करने का समय व अवधि

किसी भी प्रकार के योग को नियमित करने की आवश्यकता होती हैं अतः हमे सूर्य मुद्रा रोज करनी चाहियें, अच्छे परिणाम के लिए हमें यह मुद्रा सुबह और शाम के समय करनी चाहियें, शाम के समय आप सूर्य मुद्रा को सूर्यास्त से पहले कर सकते हैं। यह मुद्रा आप 8 मिनिट से 25 मिनिट तक दिन में तीन बार कर सकते हैं। प्रतेक बार सूर्य मुद्रा करने में कम से कम एक घंटे का अंतराल अवश्य होना चाहिए।

सूर्य मुद्रा में बरती जाने वाली सावधानियां

सूर्य मुद्रा करने के वैसे तो अनेक लाभ हैं पर इसे करने से पहले कुछ सावधानी रखनी बहुत जरुरी हैं आप इस मुद्रा को एक दिन में केवल 3 बार ही 15-15 मिनिट के लिए कर सकते हैं। इसे भोजन के पहले करें और सूर्य मुद्रा करने के बाद कम से कम एक घंटे तक भोजन ना करें।गर्मी के मौसम में इसे ज्यादा देर तक ना करें और गर्मी के समय सूर्य मुद्रा करने से पहले थोड़ा पानी पी लेना चाहिए। अधिक रक्तचाप वाले और कमजोर, दुर्बल व्यक्ति इसे ना करें। शरीर में अधिक कमजोरी होने पर सूर्य मुद्रा को ना करें।

प्राणायाम एवं ध्यान पर बैठने की मुद्राएँ

प्राणायाम एवं ध्यान पर बैठने की मुद्राएँ

योग में पाँच सर्वश्रेष्ठ बैठने की अवस्थाएँ/स्थितियाँ हैं :
सुखासन - सुखपूर्वक (आलथी-पालथी मार कर बैठना)।

सिद्धासन - निपुण, दक्ष, विशेषज्ञ की भाँति बैठना।

वज्रासन - एडियों पर बैठना।

अर्ध पद्मासन - आधे कमल की भाँति बैठना।

पद्मासन - कमल की भाँति बैठना।

ध्यान लगाने और प्राणायाम के लिये सभी उपयुक्त बैठने की अवस्थाओं के होने पर भी यह निश्चित कर लेना जरूरी है कि :
शरीर का ऊपरी भाग सीधा और तना हुआ है।

सिर, गर्दन और पीठ एक सीध में, पंक्ति में हैं।

प्राण, अपान और अपानवायु मुद्रा

मुद्राओं का जीवन में बहुत महत्व है। मुद्रा दो तरह की होती है पहली जिसे आसन के रूप में किया जाता है और दूसरी हस्त मुद्राएँ होती है। मुद्राओं से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ प्राप्त किया जा सकता है। यहाँ प्रस्तुत है प्राण, अपान और अपानवायु मुद्रा की विधि और लाभ।

प्राण मुद्रा : छोटी अँगुली (चींटी या कनिष्ठा) और अनामिका (सूर्य अँगुली) दोनों को अँगूठे से स्पर्श करो। इस स्थिति में बाकी छूट गई अँगुलियों को सीधा रखने से अंग्रेजी का 'वी' बनता है।

मधुमेह को कम करने के लिए सूर्य मुद्रा के फायदे

सूर्य मुद्रा मधुमेह के मरीजों के लिए बहुत ही लाभदायक हैं, यह मुद्रा हमारे शरीर में उपस्थित चीनी के मात्रा को जला के खत्म कर देती हैं, यह वसा के कारण उत्पन्न्य मोटापे से होने वाले रोगों जैसे मधुमेह और कब्ज को ठीक करती हैं। सूर्य मुद्रा लीवर में होने होने वाले सभी रोगों से बचाता हैं और रक्त में यूरिया की मात्रा को भी नियंत्रित करता हैं।

शरीर को मजबूत कैसे बनाएं में खाएं फलियां

सेम की कई अलग-अलग किस्में शरीर को मजबूत बनाने के लिए आहार का हिस्सा हो सकती हैं।

लोकप्रिय किस्में, जैसे कि काली, पिंटो और किडनी बीन्स की पकी हुई फलियों में लगभग 15 ग्राम प्रोटीन प्रति कप (लगभग 172 ग्राम) होता हैं। वे मैग्नीशियम, फास्फोरस और लोहे में उच्च होने के अलावा, फाइबर और बी विटामिन के उत्कृष्ट स्रोत हैं।

इन कारणों से, बीन्स आपके आहार में जोड़ने के लिए पौधे-आधारित प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत हैं। ये दीर्घकालिक स्वास्थ्य और बीमारी की रोकथाम में भूमिका निभा सकते हैं। और आपके शरीर को अधिक ताकतवर बना सकतीं हैं।

मजबूत शरीर के लिए आहार समुद्री भोजन

समुद्री भोजन में कई प्रकार के खनिज पदार्थ और पोषक तत्‍वों की विशाल श्रृंखला होती है। अध्‍ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से समुद्री भोजन का सेवन करने वाले लोगों में ऊर्जा उत्‍पादन की क्षमता अन्‍य लोगों की तुलना अधिक होती है। इस प्रकार के आहारों में प्राकृतिक सोडियम की अच्‍छी मात्रा होती है। नियमित रूप से इनका सेवन करने से न केवल शारीरिक स्‍वास्‍थ्‍य बल्कि मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य को भी बढ़ाव मिलता है। यदि आप शरीर को मजबूत बनाने वाले आहार खोज रहे हैं तो समुद्री भोजन एक अच्‍छा विकल्‍प हो सकता है।

वजन कम करने के लिए महिलाएं रुक-रुक कर भोजन करें

रुक रुक कर भोजन करना महिलाओं में वसा कम करने के लिए एक प्रभावी तरीका है। यह महिलाओं को कैलोरी सेवन को कम करने के लिए मजबूर करता है, क्योंकि आप अपने खाने को कुछ समय तक सीमित कर रहे हैं। व्यायाम के साथ उपवास का संयोजन करना वजन कम करने में लाभदायक होता है।

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