स्तन को बड़ा करने के लिए योग धनुराषन

यह बहुत सामान्य सा आसन है। इसके करते समय धनुष की आकृति बनती है इसलिए इसे धनुराषन कहा जाता है। यह आसन महिलाओं के लिए बहुत ही लाभदायक है। यह न सिर्फ महिलाओं के स्तन का आकार बढ़ाने में सहायक होता है बल्कि जिन महिलाओं को गर्भधारण करने में समस्या आती है यह उनके लिए भी फायदेमंद होता है। यह मांसपेशियों के दर्द को कम करने के साथ ही मासिक धर्म में परेशानी को भी दूर करता है और कब्ज से मुक्ति दिलाता है। इस आसन को सुबह या शाम खाली पेट करना चाहिए और 15 से 30 सेकेंड तक इसी मुद्रा में बने रहना चाहिए।

पेट की चर्बी घटाए धनुरासन

आज पूरी दुनिया मोटापे से परेशान है और इसके लिये लोक बहुत परेशान हैं। अगर आप बिना जिम जाए पेट की चर्बी को घटाना चाहते हैं तो, धनुरासन करें। धनुरासन से पेट की चर्बी कम होती है। धनु का अर्थ धनुष होता है। इस आसन में धनुषाकार आकृति बनाई जाती है। इसमें हाथों का उपयोग सिर, धड और टांगों को ऊपर खींचने के लिए प्रत्यंचा की तरह किया जाता है। शरीर को धनुष के समान टेड़ाकरके फ़ैलाने और शरीर को सशक्त बनाने की इस क्रिया से तरुणाई की प्राप्ति होती है। इससे सभी आंतरिक अंगों, माँसपेशियों और जोड़ों का व्यायाम हो जाता है। गले के तमाम रोग नष्ट होते हैं। पाचनशक्ति बढ़ती है। श्वास की क्रिया व्यवस्थित चलती है। मेरुदं

गुर्दे और मूत्र विकारों दूर करें धनुरासन

धनुरासन  संस्कृत शब्द धनुष का अर्थ है घुमावदार या मुड़ा हुआ? इस आसन को करने से शरीर की आकृति खींचे हुए धनुष के समान हो जाती है, इसीलिए इसको धनुरासन कहते हैं।

आसन विधि : 

स्टेप 1- सर्वप्रथम मकरासन में लेट जाएं। मकरासन अर्थात पेट के बल लेट जाएं।

स्टेप 2- ठोड़ी को भूमि पर टिका दें। हाथ कमर से सटे हुए और पैरों के पंजे एक-दूसरे से मिले हुए। तलवें और हथेलियां आकाश की ओर रखें।

स्टेप 3- घुटनों को मोड़कर दाहिने हाथे के पंजे से दाहिने पैर और बाएं हाथ के पंजे से बाएं पैर की कलाई को पकड़ें।

Subscribe to धनुरासन