रोजाना करेंगे कपालभाति प्राणायाम तो बीमारियों से रहेंगे दूर || Swami Ramdev  बिगड़ते लाइफस्टाइल और गलत खान-पान के कारण आजकल लोग कई बीमारियों का शिकार हो जाते है। इनसे छुटकारा पाने के लिए लोग दवाइयों के साथ-साथ कई घरेलू नुस्खें भी करते है। इसके अलावा खुद को हेल्दी रखने के लिए लोग रोजाना हेल्दी फूड का सेवन और एक्सरसाइज करते है। आज हम आपको ऐसी ही एक एक्सरसाइज के बारे में बताने जा रहें है जिसे करने से आप हेल्दी तो रहेंगे साथ ही इससे कई बीमारियां भी दूर हो जाएगी। रोजाना आधे घंटे कपालभाति व्यायाम करने को नियमित रूप से करने पर आपको कई हेल्थ बेनिफिट्स होंगे। तो चलिए जानते है आपकी कई परेशानियों को दूर करने वाले व्यायाम के बारे में।

कपालभाति के फायदे 

  • 1. 10 से 15 मिनट रोजाना इस योग को करने से आपके शरीर में रक्त प्रवाह अच्छे से होता है। इसके कारण आपकी स्किन ग्लो करने लगती है।
  • 2. मोटापा कम करने के लिए लोग न जाने क्या-क्या करते है। रोजाना 30 मिनट तक कपालभाति करने से आपकी शरीर की काफी कैलोरी बर्न होती है और मोटापा कम होता है।
  • 3. इसे करने से आप पूरा दिन फ्रेश तो महसूस करते ही है साथ ही इससे तनाव भी दूर होता है।
  • 4. कपालभाति करने से पाचनतंत्र बहुत मजबूत होता है, जिससे कब्ज, एसिडिटी और गैस जैसी समस्याएं दूर रहती है। जिन लोगों को खाना पचाने में प्रॉब्लम होती है उनके लिए यह योग सबसे बेस्ट है।
  • 5. रोजाना इस योग को करने से आपकी नाड़ियां स्वस्थ रहती है। इससे आपको किसी प्रकार की कोई समस्यां नहीं होती।
  • 6. यह योग करने से पेट की मासपेशियों सक्रिय रहती है जो कि डायबिटीज मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है।

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हर्निया, मिर्गी, स्लिप डिस्क, कमर दर्द, हाइपरटेंशन, पेट की सर्जरी के बाद और स्टेंट के मरीजों कों यह योग नहीं करना चाहिए। इसके अलावा महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान, गर्भावस्था से पहले और बाद में यह योग नहीं करना चाहिए।

नसों की कमजोरी आज कई लोगों में देखी जाने वाली एक आम समस्या है। भोजन का अनुचित सेवन, अधिक तनाव, कम नींद और अस्वास्थ्यकर जीवनशैली के कारण लगभग सभी उम्र के लोग इस समस्या का सामना करते हैं। इससे आगे थकान, कम ऊर्जा का स्तर, सिरदर्द, नपुंसकता, बांझपन और कई अन्य समस्याएं होती हैं। और कई योग गुरुओं के अनुसार, कपालभाति प्राणायाम नसों की कमजोरी की समस्या को ठीक करने के लिए एक आदर्श श्वास व्यायाम है। इस प्राणायाम से आपके शरीर की लगभग सभी नसें सक्रिय हो जाती हैं और स्थिर भी हो जाती हैं। रिपोर्टों के अनुसार, लगातार 25 से 30 दिनों तक कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास करने से नसों की कमजोरी पूरी तरह से ठीक हो सकती है।