Anand
11 July 2023
गोमुखासन हठ योग की एक बैठी हुई हुआ मुद्रा है। यह विभिन्न स्थितियों जैसे हाइड्रोसील और अन्य यौन विकारों से लड़ने में मदद करता है। यह हाइड्रोसील के लक्षणों को राहत देता है और प्रजनन प्रणाली में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है।
गोमुखासन योग करने का तरीका
- इस आसन को करने के लिए आप खुले हवादार स्थान पर योगा मैट बिछा के सुखासन या क्रॉस पैर वाली मुद्रा में बैठ जाएं।
- इसके बाद अपने बाएं पैर को अपने शरीर की ओर खींच के उसे अपने पास ले आयें।
- उसके बाद अपने दायं पैर को बाएं पैर की जांघों के ऊपर रखें और उसे भी खींच के अपने शरीर के पास ले आयें।
- अब अपने दाएं हाथ को कंधे के ऊपर करें और कोहनी के यहाँ से मोड़ के अपनी पीठ के पीछे जितना अधिक हो सकता हैं लें जाएं।
- अब अपने बाएं हाथ को भी कोहनी के यहाँ से मोड़े और पेट के साइड से पीछे की ओर पीठ पर लेके जाएं।
- अब दोनों हाथों को खींच के आपस में मिलाने की कोशिश करें।
- और पीठ के पीछे हाथों को एक दूसरे से पकड़ लें।
- अब इस आसन में कुछ देर तक रहें और 10-12 बार साँस लें।
- जब आपको इस स्थिति में असुविधा होने लगे तो आप पुनः अपनी प्रारंभिक स्थिति में आयें
- इसके लिए अपने दोनों को हाथों को खोलें और पैरों को सीधा करें।
ये सभी योग आसन आपको हाइड्रोसील से बेहतर तरीके से निपटने में मदद करेंगे। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि हाइड्रोसील के फिर से होने की उच्च संभावना है। कभी-कभी ऐसी संभावना होती है कि नियमित रूप से योग करने के बाद भी आप हाइड्रोसील के लक्षणों से जूझ सकते हैं। ऐसे में तुरंत डॉक्टरी सलाह लेना जरूरी हो जाता है। आपका डॉक्टर हाइड्रोसील की गंभीरता के आधार पर एक उपयुक्त उपचार विकल्प सुझाएगा।
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